"हालात से टकराने का जज़्बा रखों ,
मुश्किलों में मुस्कुराने का जज़्बा रखों,
यूँ जब रूठ जाए
तम्हारे दिल का रेगिस्तान ,
तो
रेत की दिवार बनाने का जज़्बा रखों ....!!"
हालात से टकराने का जज़्बा रखों ,
मुश्किलों में मुस्कुराने का जज़्बा रखों,
यूँ जब रूठ जाए
तम्हारे दिल का रेगिस्तान ,
तो
रेत की दिवार बनाने का जज़्बा रखों ....!!