White अंगारों की राह चल, झिझके न इक पल
जग करे करतल, प्रेरक का काम कर।
भुज बल लौह सम, पाषाण चूर है दम,
वक्ष विशाल विकट, आये जो जाए बिखर।
बाजुओं में है वो दम, होगी कुचाल बेदम
टूटे जगत का भ्रम, चल चढ़ तू शिखर।
ऐसे कर्मवीर पर , दें आशीष भर-भर
धन-धन ऐसा नर, जाए जय हो जिधर।।ः
©Godambari Negi
#कर्मवीर