साइबेरियन तुमने हमारा शहर छोड़ा तो
मै भी अपना
शहर बदली
घर बदली
आदत बदली
चाहत बदली
वफा बदली
जफा बदली
एक दफा नहीं कई दफा बदली
देखो फिर मैं भूल गई की
खुदाई साथ भी हो तो जुदाई मार देती है
जैसे इश्क का नशा जिम्मेदारियां उतार देती हैं
कंधा पिता का हो तो बेटे की अर्थी भार देती है
आंधी तेज हो तो पेड़ जड़ से उखाड़ देती है
©साइबेरियन
#Raftaar