तुम मिल गई हो अब मेरे घर भी सँवर जाएंगे । एक जां, | हिंदी Shayari
"तुम मिल गई हो अब मेरे घर भी सँवर जाएंगे ।
एक जां, दो जिस्म अब तो एक घर जाएंगे ।
वर्षों से तुम्हारा इन्तजार कर रहा था मैं
अब हमारी जीवन भी मजे से गुजर जाएंगे।"
तुम मिल गई हो अब मेरे घर भी सँवर जाएंगे ।
एक जां, दो जिस्म अब तो एक घर जाएंगे ।
वर्षों से तुम्हारा इन्तजार कर रहा था मैं
अब हमारी जीवन भी मजे से गुजर जाएंगे।