साथ रहकर पता पड़ा
प्रेमी युगल हांथ थाम कर सूरज की रश्मियों का
पीछा कर सकते है क्षितिज तक जा सकते है
जहां सूरज रोज आकाश छोड़ता है
एक दूसरे के नेत्रों मे ब्रम्हांड देख सकते है
तारे देख सकते है,आकाशगंगाए देख सकते है
उस से आगे चल कर निवस्त्र रूहे देख सकते है
जैसी रूहें समय के आरंभ के समय थी
बिल्कुल कुंदन सी....!
और एक दूसरे का हांथ थामकर
खो सकते है उस आकाश की शून्यता मे!
सुनो प्रेम मैंने ठीक कहा ना... 💝
©चाँदनी
#AdhureVakya