बचपन में तो हर कोई
अपनी माँ से मार खाता और डाँट खाता हैं
एक हम हैं जो आज ही मार खाये हैं 🥺
और डाँट रोज़ ही पड़ती हैं,
कि हम जैसा आलसी कोई नहीं
क्या करें हम काम करने में
जान निकलतीं हैं, मन ही नहीं करता।
31/7/23
⏰6:50p.m.
@ubaidakhatoon✍️
©Ubaida khatoon Siddiqui
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