White जिंदगी को अपनी कुछ बेज़ार कर लिया
बस एक दो नहीं कई-कई बार कर लिया
हम खैरियत से हैं देख उन्हें तकलीफ हो गई
इसी बात से हमने खुद को बीमार कर लिया
अपने ही हाथों बांट दी हमने सभी खुशियां
फिर खुद को ही गम का अंबार कर लिया
देखा नही गया जिस से हंसता हुआ हमको
उस शख्स को ही परवरदिगार कर लिया
इश्क ने कुछ इस कदर सस्ता है कर दिया
सारे शहर को ही हमारा खरीदार कर दिया
नीलाम होने के लिए खुल के हैं आ गए
सच को बेच झूठ का व्यापार कर लिया
अब एक दो चेहरों से भरेगा नहीं ये दिल
चाहत ने तेरी तुझसा ही गद्दार कर दिया
😊
©Niraj Pandey
#Sad_shayri