एहसान
आसान नहीं होता किसी से एहसान लेना
जिंद़गी भर के कर्जदार हो जाते हैं ।।
लोग एहसान करके समझ लेते हैं।।
खरीद लिया हो जैसे
हर बात मनवाने का एक तरिका ढुँढ लेते हैं।।
हर बात पर बस एहसान जता देते हैं।।
अगर बात मान ली तो ठीक है,
वरना एक पल में नज़रों से गिरा देते हैं।।
एहसान का बोझ जिंद़गी भर लेके चलना
आसान नहीं होता है।।
क्योंकि आप खुद अपने नहीं रह पाते हैं।।
अगर कुछ भी मानने से इन्कार किया
तो एहसान फरामोश कहलाते हैं।।
आपकी जिंद़गी आपकी नहीं रह जाती
एहसान के एवज में वो
आपकी जिंद़गी के मालिक बन जाते हैं।।
©vish
# एहसान का बोझ