White एक मक्खी और उसकी बच्ची एक गंजे का
सिर पार कर रही थी कंही पकड़ी न जाएं
इसलिए डर रही थी मां बोली सुन बेटी बदल
गया जमाना जब जिन्दा थे तेरे नाना तब में
यंही से निकली थी यह चौड़ा रास्ता था
संकरी गली थी दोनों ओर जंगल था
बियाबान अब हो गया है मैदान...
-शैल चतुर्वेदी
©VED PRAKASH 73
#उस्तरा