#nojotoहम आज अपनों को बेगाना बनाए बैठे है,तभी तो रिश्तों को जख्मो का दवाखाना बनाए बैठे है//१
अक्सर अपनों को मनाने से बिगड़ी बात बन गई है,तभी तो पहल मे खुदको दीवाना
बनाए बैठे है//२
मुझे ये भी पता है उसके मंसूबे ठीक नही,तभी तो उनके लिये खुदको दोगाना बनाए बैठे है//३
जितना चाहो हमसे अपने मतलब वसूल कर लेना,तभी तो अपनी हयात को हम हर्ज़ाना बनाए बैठे है//४