मैं सृष्टि चौरसिया गोरखपुर की जलता मेरा तन बदन मेर | हिंदी Video
"मैं सृष्टि चौरसिया गोरखपुर की
जलता मेरा तन बदन
मेरी योनि में होती जलन
आकर दीप तू पानी डाल
बढ़े पौदा लागी लगन
बिना फेरों की मैं दुल्हन
कुल्फी खाऊ
सर्दी हो या हवा गरम
दीप को ख़ुश करने
अर्पण मेरा
तन मन अर्पण
deep bawara "
मैं सृष्टि चौरसिया गोरखपुर की
जलता मेरा तन बदन
मेरी योनि में होती जलन
आकर दीप तू पानी डाल
बढ़े पौदा लागी लगन
बिना फेरों की मैं दुल्हन
कुल्फी खाऊ
सर्दी हो या हवा गरम
दीप को ख़ुश करने
अर्पण मेरा
तन मन अर्पण
deep bawara