"माँ आपके लिए
बचपम मैं रोया तो हर ज़िद पूरी की।।
खुद न खाकर भी हर ख्वाइश पूरी की।
कैसे कहूँ ख़राब मैं अपनी किस्मत को जब खुद ने मेरी किस्मत मैं
माँ दी।।
Monish.."
माँ आपके लिए
बचपम मैं रोया तो हर ज़िद पूरी की।।
खुद न खाकर भी हर ख्वाइश पूरी की।
कैसे कहूँ ख़राब मैं अपनी किस्मत को जब खुद ने मेरी किस्मत मैं
माँ दी।।
Monish..