White इन तन्हाइयों का साथ अच्छा लगता है
पर कभी कभी खलता हैं;
ना जाने क्यूं बदला नहीं जाता मुझसे मेरा मिजाज वर्षों बाद भी...
जिनपर था पूर्ण विश्ववास;अब तो वो शख्स भी बदल गए!
वक्त बदला,हालत बदले बदले थोड़े थोड़े जज़्बात भी...
फिर ना जाने क्यू हम नहीं बदले?
कैसे संभालूं सब कुछ;क्या कभी मैं अपनी ही सोच पर खड़ी उतर पाऊंगी...?
वो दिन आएगा कभी जब मैं भी पूरी तरह से बदल जाओगी...?
©Alfaazdeepali deep
#milan_night