कभी कभी ख़ुद को समझना मुश्किल हो जाता है
चेहरे पे मुस्कान और दिल में दर्द रह जाता है
कहे किससे सबका हाल एक सा है
जुबां पे कुछ और दिल में कुछ दबा बैठा है
हम खुद सुकून की खोज में हैं
घिरे हैं लोगों से फिर भी सुकून ढूंढते हर रोज हैं ।।
©Jyotsana yadav
#सुकून की तलाश