White Badi dilkash hai ye
Saye bhari tang galiya
Ravaan hai jisme sard
Jal ye hain vo nadiya
Rooh ki khali tasveero me
Bhar deti hai
Sharbati rang galiyan
Sheetal shant manohar Shaffak sarovar
Khamosh dil ki beshkimti dharohar
महकता सा इक आँचल है ख़्वाबों मे
कोई जलपरी उतर आई है सपनो के तालाबों मे
एक शोला एक बिजली और तकमील मेरी
हज़ार नाम लिख दिए है उसके मैंने बंद लिफाफो मे
ट्रैन मे सफ़र करते हुए अक्सर ग़ुमाँ होता है
इंतेज़ार करतीं हो जैसे वो ही मेहजबीन झील के किनारों मे
ये रोशनियो के साये क्यों बारहा एक ही तस्वीर बनाये
आखिर किसे तलाशता रहता हूँ रात गए सितारो मे
एक अजनबी सी दिलकश आवाज़ पहचानी लगती है क्यों
जाने कौन पुकारता है देर शाम कोहसारो मे
नब्ज़ नब्ज़ मे करता रहता है इश्क़ रक्स
सरकार ने तकिये से चुरा कर जो पढ़े हमारे ख़त
फ़िर नाम लिख ही दिया मेरा अपने बीमारो मे
©qais majaz,dark
#Sad_Status