White छठी मैया की आराधना में, गूंजती थी जो आवाज़,
शारदा जी की मधुर तान, अब हो गई है मौन आज।
हर गीत में था उनका प्यार, हर सुर में थी भक्ति,
उनकी आवाज़ में बसी थी, छठ पर्व की शक्ति।
दिल्ली के एम्स में ली अंतिम सांस, छोड़ गईं हमें अकेला,
भोजपुरी की स्वर कोकिला, अब नहीं गाएंगी कोई मेला।
छठ घाट पर गूंजेगी याद, उनकी मधुर धुन,
हर दिल में बसी रहेंगी, उनकी अमरित वाणी की गुन।
शारदा जी, आप अमर हैं, गीतों में, यादों में,
आपकी आवाज़ की मिठास, रहेगी सदा हमारे साथ।
शारदा सिन्हा की आवाज़ और उनके गीत हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगे। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
©Rounak kumar
#good_night