दोस्तों,
मैं #Nojoto पर एक नई पहल शुरू कर रहा हूँ जिसका नाम है #KavitaKarvan. इसका सिद्धान्त बस इतना है कि अपनी नहीं, अपनी प्रिय कविता पढ़नी है। आप लोग भी इसमें हिस्सा लें और #KavitaKarvan ज़रूर इस्तेमाल करें। ये कारवाँ यूँ ही बढ़ता रहे।
आज मैं पढ़ रहा हूँ त्रिलोचन जी की कविता : चंपा काले-काले अक्षर नहीं चीन्हती