"तेरी गलियों में ना मेरा आना जाना रहा
तुझे पाने का मेरा रोज़ नया बहाना रहा
मैं तुम्हे इस कदर याद रखूंगा
की तुमने मुझे कभी धोखा तो नहीं दिया
धोखा तो तब देते जब प्यार किया होता
पर अफसोस तुमने तो कभी मुझे प्यार ही नहीं किया
तुमने तो कभी मुझे प्यार ही नहीं किया
©Sahil Saab"