तू ही सुख कर्ता, तू ही दुख हरता!
तू है अंम्बे, तू है काली, तू ही है जगदंबा, तू ही है भवानी!
हे देवी माँ जीवदयानी!
तू ही है तेरे बालकों की दृष्टि!
तुझसे ही है, तुझमें ही है,हमारी सृष्टि!
पिशाचों का तू अंत है, तू ही अनंत है!
तेरे ही कदमों में यह पूरा संसार है
पापियों का एक तूही संहार है
हे देवी माँ जीवदयानी
तेरी महीमा अपरंपार है
©pratima chaubey
#navratri2020