स्री.....
पुरुष के समान ही
घर के लिये काम करती है
दोनों एक ही वक्त काम पर जाते है
एक ही वक्त साथ घर आते है...
दोनों की थकान भी समान...
लेकीन घर मे
कोई पानी या चाय पुछेगा
तो पुरुष से
वो आराम से बैठकर चाय पानी करेगा
लेकीन स्री को खुद मटके तक जाकर
खुद को ही पानी लेकर पिना पडता है
फिर घर के काम मे जूटना पडता है
बर्तन मांजना खाना पकाना .....
उसके नसीब मे कहा आराम होता है
©suwarta
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