बारिश के महीने में बादलों से इतनी बरसात नहीं बरसती | हिंदी शायरी

"बारिश के महीने में बादलों से इतनी बरसात नहीं बरसती जितनी रमज़ान के महीने में मेरे रब की रहमत बरसती है! Ramadan Kareem 2022 ©Alfaaz-e-javed"

 बारिश के महीने में बादलों से इतनी बरसात नहीं बरसती
जितनी रमज़ान के महीने में मेरे रब की रहमत बरसती है!

Ramadan Kareem 2022

©Alfaaz-e-javed

बारिश के महीने में बादलों से इतनी बरसात नहीं बरसती जितनी रमज़ान के महीने में मेरे रब की रहमत बरसती है! Ramadan Kareem 2022 ©Alfaaz-e-javed

#RAMADAAN
#raindrops

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