White इम्तिहान मेरे सब्र का
वो बेइंतहा तक ले गए,
गुजारिशे जितनी करें उनसे मिलने की,
शिला में बस इंतजार मिलता है,
उनसे न करें कभी वफा की उम्मीद,
वफा की कीमत वो हमसे वसूल लेंगे,
डूबते है हर बार वफा की खातिर,
कि बदल चुकी होगी
अब वो मुद्द्ते तस्वीर,
इम्तिहान मेरे सब्र का
वो बेइंतहा तक ले गए,
©BS NEGI
इम्तिहान