White बेहद
शायद किसी ने
सही फरमाया हद की
हद की कोई हद नहीं होती
वह तो सिर्फ बेहद होती है !
जहा रिस्ते दोस्ती
निभाने वाले होते हे
वहॉ खुदगर्जी से बडे तो
अपने होते हैं !
अब ऐसें भी अपने कहा होते हैं
जहा हाजिर जहॉन होता हैं
हद की कोई हद नहीं होती
वह तो सिर्फ बेहद होती !
©Jaymala Bharkade
#Shiva..@बेहद ..प्यार पर कविता