"उस नीले गगन की हक़दार हु मै
मुझे आज़ाद करो,
आजादी नहीं देना चाहते तो
मेरे पंखो को इस कदर नोचकर मुझे
बर्बाद भी तो ना करो..
उस नीले गगन की हकदर हु मै
आज मुझे आबाद करो.."
उस नीले गगन की हक़दार हु मै
मुझे आज़ाद करो,
आजादी नहीं देना चाहते तो
मेरे पंखो को इस कदर नोचकर मुझे
बर्बाद भी तो ना करो..
उस नीले गगन की हकदर हु मै
आज मुझे आबाद करो..