उसमें बात ही कुछ ऐसी थी। की दिल हार बैठे चाहा | हिंदी शायरी
"उसमें बात ही कुछ ऐसी थी।
की दिल हार बैठे
चाहा उसे इस कदर
की दुनिया भुला बैठे ।
बस वक्त का दस्तूर कुछ ऐसा था।
हम तो उनके हो लिए
पर वो खुद को किसी और का बना बैठे ।"
उसमें बात ही कुछ ऐसी थी।
की दिल हार बैठे
चाहा उसे इस कदर
की दुनिया भुला बैठे ।
बस वक्त का दस्तूर कुछ ऐसा था।
हम तो उनके हो लिए
पर वो खुद को किसी और का बना बैठे ।