वो बंजर हो गई थी एक एक बूंद पानी के बिना। वो अनजान ही थी उस हरियाली के बिना। वो टूट सी गई थी उस नए नए प्रहार से वो खुदसे ही मुखर रही थी इस दरिया की रेत से ©kiran Gaikwad #banjar Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto