"तुम मुझे अपने पास एक पल भी ना बुलाती हो
तुमसे इतना प्यार करते हैं फिर भी मुझे सताती हो
ग़र रुठ भी जाएं तुमसे तो भी ना मनाती हो
दिल तोड़ती हो मेरा हर पल और मुझे रुलाती हो
आज एक बात चलो सच-सच बता ही दो
तुम्हे वाकई में प्यार है मुझसे या अपना दिल बहलाती हो
तुम मुझे अपने पास एक पल भी ना बुलाती हो
✍️प्रशान्त कुमार मिश्र"