उजली राख ,श्यामल धुंआ; सूख गया ,प्यासा कुंआ; खामोश | हिंदी विचार

"उजली राख ,श्यामल धुंआ; सूख गया ,प्यासा कुंआ; खामोशी,सन्नाटा,चीत्कार की आगोश में ये कब, क्यूं,कैसे हुआ।। ©Om Mishra Furkat"

 उजली राख ,श्यामल धुंआ;
सूख गया ,प्यासा कुंआ;
खामोशी,सन्नाटा,चीत्कार की आगोश में
ये कब, क्यूं,कैसे हुआ।।

©Om Mishra Furkat

उजली राख ,श्यामल धुंआ; सूख गया ,प्यासा कुंआ; खामोशी,सन्नाटा,चीत्कार की आगोश में ये कब, क्यूं,कैसे हुआ।। ©Om Mishra Furkat

मातम मौत का ।।

People who shared love close

More like this

Trending Topic