धन है लुटा दिया पर प्यार सच्चा न मिला
हाथ थाम भोले का तो जीने का मकसद मिल
अ क्स मेरा क्या मिटेगा भोले की संतान में
जो हुआ मैं गुमशुदा ना चिंता कर पर पालन
वह वक्त थी अजीब था मैं क्या मैं खुद को दोस्त दूं
हाथ जोड़ो सामने से शब्द से ही ठोक दूं
पूछ ले उसके स्कूल में उसके नाम से बदनाम होंगे
और जब भी आए मौत तो लबों पे श्री राम होंगे
©Ajay Gupta