देखो गौर,श्याम दोनों खेल रहें हैं होली बृंदावन में,
पुलकित हुआ है हृदय,देख कान्हा-राधे को संग में,
रंगी है दुनियाँ देखो सात रंग में,हरेक रंग निराले हैं,
रंगना है तो,तू रंग दे रंगरेजा मोहे एक श्याम रंग में...
देखो गौर,श्याम दोनों खेल रहें हैं होली बृंदावन में....
©Anant Tiwary
#होली