रंगों में डूबे हमसब एक जैसे नजर आते हैं न कोई बड़े | हिंदी कविता

"रंगों में डूबे हमसब एक जैसे नजर आते हैं न कोई बड़े न कोई छोटे होते हैं न कोई धनी न कोई गरीब होते है इस दिन आपसी बैर-भाव भी भूल जाते हैं और खुब धुमधाम से होली का त्योहार मनाते हैं ©ARVIND KUMAR KASHYAP"

 रंगों में डूबे हमसब
एक जैसे नजर आते हैं
न कोई बड़े न कोई छोटे होते हैं
न कोई धनी न कोई गरीब होते है
इस दिन आपसी बैर-भाव भी भूल जाते हैं
और खुब धुमधाम से होली का त्योहार मनाते हैं

©ARVIND KUMAR KASHYAP

रंगों में डूबे हमसब एक जैसे नजर आते हैं न कोई बड़े न कोई छोटे होते हैं न कोई धनी न कोई गरीब होते है इस दिन आपसी बैर-भाव भी भूल जाते हैं और खुब धुमधाम से होली का त्योहार मनाते हैं ©ARVIND KUMAR KASHYAP

#myvoice

People who shared love close

More like this

Trending Topic