सितारो मे आप, हवाओ मे आप, फ़िज़ाओ मे आप, बहारो मे | हिंदी शायरी

"सितारो मे आप, हवाओ मे आप, फ़िज़ाओ मे आप, बहारो मे आप, धूप मे आप, छावो मे आप, सच ही सुना है की बुरी आत्माओ का कोई ठिकाना नही होता ©JASPAL SINGH"

 सितारो मे आप, हवाओ मे आप,
फ़िज़ाओ मे आप,
बहारो मे आप,
धूप मे आप,
छावो मे आप,

सच ही सुना है की बुरी आत्माओ का कोई ठिकाना नही होता

©JASPAL SINGH

सितारो मे आप, हवाओ मे आप, फ़िज़ाओ मे आप, बहारो मे आप, धूप मे आप, छावो मे आप, सच ही सुना है की बुरी आत्माओ का कोई ठिकाना नही होता ©JASPAL SINGH

#Childhood सितारो मे आप, हवाओ मे आप,
फ़िज़ाओ मे आप,
बहारो मे आप,
धूप मे आप,
छावो मे आप,

सच ही सुना है की बुरी आत्माओ का कोई ठिकाना नही होता

People who shared love close

More like this

Trending Topic