"नए रिश्ते तेरे सीने से लग कर तेरी आरज़ू बन जाऊँ,
तेरी सांसों से मिलकर तेरी खुशबू बन जाऊँ, फासले न रहें कोई हम दोनों के दरम्यान मैं,
मैं न रहूँ… बस तू ही तू बन जाऊँ।
◆➥█▓▒░ ☞Rahul Kavi░▒▓█"
नए रिश्ते तेरे सीने से लग कर तेरी आरज़ू बन जाऊँ,
तेरी सांसों से मिलकर तेरी खुशबू बन जाऊँ, फासले न रहें कोई हम दोनों के दरम्यान मैं,
मैं न रहूँ… बस तू ही तू बन जाऊँ।
◆➥█▓▒░ ☞Rahul Kavi░▒▓█