*कौन सुनेगा मेरी कविता,*
*कौन सुनगा मेरे गीत..!!*
*कौन हरेगा मेरी पीड़ा,*
*कौन बनेगा मेरा मीत..!!*
*अत्याचारी सीना ताने,*
*सबके सब हो भयभीत..!!*
*कौन सुनेगा मेरी कविता,*
*कौन सुनेगा मेरे गीत..!!*
*सचको सच कहना मुश्किल हो,*
*चले जमाना उल्टी रीत..!!*
*शब्दों में कैसे वणृत कर दूँ,*
*अश्रु लिखै जब मेरे गीत..!!*
*कौन सुनेगा मेरी कविता,*
*कौन सुनेगा मेरे गीत..!!*
*आशा की इस चाहत में मैंने,*
*धीरज और धर्म से की है प्रीत..!!*
*लिखने वालो ने लिखा है,*
*सच की होती एक दिन जीत..!!*
©KRISHNA
#akela