जब तू मेरी जरूरत में मेरे पास रहा,
मेरी खुशी का ठिकाना न रहा,
जब मेरे बिन कहे मेरे अल्फाज़
तूने पूरा किया।
मेरी खुशी का ठिकाना न रहा,
जब मेरे बहते आंसू देख
तूने अपने कंधो का सहारा दिया।
क्यूंकि मेरी खुशी ही तू है।।
©shraddha rani pillai
# meri khushi