कोरोना के कारण देश के सभी विद्यालय बंद हैं और विद्यार्थियों के बिना विद्यालय अधूरे से लगते हैं !
हम अध्यापकों को जब भी कोरोना काल में विद्यालय जाना होता है तो बच्चों के बिना खाली विद्यालय बहुत अधूरा सा लगता है ..ऑंखें विद्यार्थियों को स्कूल यूनिफार्म में देखने को तरसती हैं और कान बच्चों का शोर सुनना चाहते हैं ..! इसी एहसास पर ये छोटी सी कविता लिखने की कोशिश की है ....!!!!