White कृष्ण पक्ष की रात है, तम का मिले न छोर। दीपक | हिंदी Poetry

"White कृष्ण पक्ष की रात है, तम का मिले न छोर। दीपक के आलोक से, उजियाला हर ओर।। प्रगटे हैं हनुमान प्रभु, नहीं हर्ष का ठौर। पाप डरै हरि भगत ख़ुश, उजियारा हर ओर।। सत्यभामा हॉंकें रथ , करते कृष्ण प्रहार। कातिक चौदस किशन पख, नरकासुर की हार।। नरकासुर का अन्त कर, किया भक्त उद्धार। भक्त मनाते हर्ष भर, खुशियों का त्योहार।। ©Shiv Narayan Saxena"

 White कृष्ण पक्ष की रात है, तम का मिले न छोर।
दीपक के आलोक से, उजियाला हर ओर।।

प्रगटे   हैं  हनुमान   प्रभु, नहीं  हर्ष  का  ठौर।
पाप डरै हरि भगत ख़ुश, उजियारा हर ओर।।

सत्यभामा    हॉंकें   रथ ,  करते   कृष्ण   प्रहार।
  कातिक  चौदस किशन पख, नरकासुर की हार।।

नरकासुर  का अन्त कर, किया भक्त उद्धार।
 भक्त  मनाते  हर्ष  भर, खुशियों का त्योहार।।

©Shiv Narayan Saxena

White कृष्ण पक्ष की रात है, तम का मिले न छोर। दीपक के आलोक से, उजियाला हर ओर।। प्रगटे हैं हनुमान प्रभु, नहीं हर्ष का ठौर। पाप डरै हरि भगत ख़ुश, उजियारा हर ओर।। सत्यभामा हॉंकें रथ , करते कृष्ण प्रहार। कातिक चौदस किशन पख, नरकासुर की हार।। नरकासुर का अन्त कर, किया भक्त उद्धार। भक्त मनाते हर्ष भर, खुशियों का त्योहार।। ©Shiv Narayan Saxena

#diwali_wishes नर्क-चौदस पर शुभकामनाएं.

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