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"वो कभी मुझे मन्नत कभी प्यार से गुरी कहती थी, जो आज मेरा साहारा है उसी साराब को बूरी कहती थी, मैने तो उसके सामने रख दिया था अपना दिल निकाल कर, उस बेवफा के हाथ हमेशा धोखे की छूरी रहती थी ©mannat maan "
वो कभी मुझे मन्नत कभी प्यार से गुरी कहती थी, जो आज मेरा साहारा है उसी साराब को बूरी कहती थी, मैने तो उसके सामने रख दिया था अपना दिल निकाल कर, उस बेवफा के हाथ हमेशा धोखे की छूरी रहती थी ©mannat maan
दिल #na #N😍T #n9jotohindi #N_writes #तू_याद_है●N @Internet Jockey ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) @Tosif Ansari @Nitesh Gupta @Raja Sahil Rathore
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