जिसके रंग ने तुझे रंग दिया, वाकई उसने कुछ संग न द

"जिसके रंग ने तुझे रंग दिया, वाकई उसने कुछ संग न दिया। उसकी उंगली का खेल मात्र था, कच्ची मिट्टी का तू पात्र था। सिमट जाएगा एक आकृति मे यू , भूल जाएगा खुद को फिर तू। "

 जिसके रंग ने तुझे रंग दिया, 
वाकई उसने कुछ संग न दिया। 
उसकी उंगली का खेल मात्र था, 
कच्ची मिट्टी का तू पात्र था। 
सिमट जाएगा एक आकृति मे यू , 
भूल जाएगा खुद को फिर तू।

जिसके रंग ने तुझे रंग दिया, वाकई उसने कुछ संग न दिया। उसकी उंगली का खेल मात्र था, कच्ची मिट्टी का तू पात्र था। सिमट जाएगा एक आकृति मे यू , भूल जाएगा खुद को फिर तू।

😇

People who shared love close

More like this

Trending Topic