हिन्दू विरोधियों को पूरा निगल लो @@@@@@@@@@@@ अगर

"हिन्दू विरोधियों को पूरा निगल लो @@@@@@@@@@@@ अगर फुर्सत मिले तुम्हें , तो खुद के लिए सोच कर देखना। जिहादियों को दिल से बाहर निकाल कर फेंकना।। मेरा दिल नफ़रती नहीं , पर, मुसलमानो के नौटंकियों ने बना दिया है। हिन्दुओं के दिलों में आग कट्टर पंथियों ने लगा दिया है।। भाईचारे का जन्मदाता है सनातन, हमसे ज्ञान लेकर हमें हीं समझा दिया है। धरती कि संस्कृति को बर्बाद कर दुनिया को रुला दिया है।। ना शर्म ना हया खून से लथपथ इतिहास है इनका, गैरों को छोड़ो अपनों के खून से भी नहा लिया है। ना नारी का सम्मान ना दुनिया का ज्ञान, ना जाने खुदा ने इसे क्यों पैदा किया है।। वक्त का तकाजा है हिन्दुओं खुद को बदल लो, एक हांथ में फरसा दुसरे में सब्बल लो। अगर फुर्सत मिले तुम्हें, तो हिन्दू विरोधियों को पूरा निगल लो।। ######################### प्रमोद मालाकार की कलम से 22.08.24 ©pramod malakar"

 हिन्दू विरोधियों को पूरा निगल लो
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अगर फुर्सत मिले तुम्हें ,
तो खुद के लिए सोच कर देखना।
जिहादियों को दिल से बाहर निकाल कर फेंकना।।
मेरा दिल नफ़रती नहीं , पर,
 मुसलमानो के नौटंकियों ने बना दिया है।
हिन्दुओं के दिलों में आग कट्टर पंथियों ने लगा दिया है।।
भाईचारे का जन्मदाता है सनातन,
हमसे ज्ञान लेकर हमें हीं समझा दिया है।
धरती कि संस्कृति को बर्बाद कर दुनिया को रुला दिया है।।
ना शर्म ना हया खून से लथपथ इतिहास है इनका,
गैरों को छोड़ो अपनों के खून से भी नहा लिया है।
ना नारी का सम्मान ना दुनिया का ज्ञान,
ना जाने खुदा ने इसे क्यों पैदा किया है।।
वक्त का तकाजा है हिन्दुओं खुद को बदल लो,
एक हांथ में फरसा दुसरे में सब्बल लो।
अगर फुर्सत मिले तुम्हें, 
तो हिन्दू विरोधियों को पूरा निगल लो।।
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प्रमोद मालाकार की कलम से 
22.08.24

©pramod malakar

हिन्दू विरोधियों को पूरा निगल लो @@@@@@@@@@@@ अगर फुर्सत मिले तुम्हें , तो खुद के लिए सोच कर देखना। जिहादियों को दिल से बाहर निकाल कर फेंकना।। मेरा दिल नफ़रती नहीं , पर, मुसलमानो के नौटंकियों ने बना दिया है। हिन्दुओं के दिलों में आग कट्टर पंथियों ने लगा दिया है।। भाईचारे का जन्मदाता है सनातन, हमसे ज्ञान लेकर हमें हीं समझा दिया है। धरती कि संस्कृति को बर्बाद कर दुनिया को रुला दिया है।। ना शर्म ना हया खून से लथपथ इतिहास है इनका, गैरों को छोड़ो अपनों के खून से भी नहा लिया है। ना नारी का सम्मान ना दुनिया का ज्ञान, ना जाने खुदा ने इसे क्यों पैदा किया है।। वक्त का तकाजा है हिन्दुओं खुद को बदल लो, एक हांथ में फरसा दुसरे में सब्बल लो। अगर फुर्सत मिले तुम्हें, तो हिन्दू विरोधियों को पूरा निगल लो।। ######################### प्रमोद मालाकार की कलम से 22.08.24 ©pramod malakar

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