मेरे मन कर्म वचन या जाने अनजाने में
मुझसे कोई गलती हुई हो तो
उसके लिए मुझे क्षमा करें।
इस दिवाली सिर्फ दिए नहीं
साथ में अपने अंदर छिपे अहंकार को भी जलाना है।🚩
क्यूंकि मैं इंसान से तो लड़ सकता हूं किंतु....
उसकी बद्दुआ से नहीं।☝🏻
ये दिवाली नए प्रण वाली😌
इसी के साथ आप सभी को
दिपावली की हार्दिक मंगलकामनाएं💐
©ठाकुर आकाश सिंह सोमवंशी
मेरी कलम से....🖋️
#दिवाली