तिलिस्म है ज़िन्दगी और देखो ये ज़माना कैसा.... . | हिंदी Shayari
"तिलिस्म है ज़िन्दगी और देखो ये ज़माना कैसा....
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बिखेरते हैं उजाला , अंधेरे को रौब दिखा के
ये लोग लड़ते है जंग मौत से , इंसानियत को ही मौत बता के"
तिलिस्म है ज़िन्दगी और देखो ये ज़माना कैसा....
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बिखेरते हैं उजाला , अंधेरे को रौब दिखा के
ये लोग लड़ते है जंग मौत से , इंसानियत को ही मौत बता के
stand of peace and humanit, there should be no irony :)