"भक्ति में प्रेम...
भक्ति में कृष्ण; शक्ति में कृष्ण।
राधा में कृष्ण; कृष्ण में राधा।
प्रेम ही कृष्ण; घृणा ही कृष्ण।।
हर्ष में कृष्ण; विषाद में कृष्ण।
मुझमें कृष्ण; आपमें कृष्ण।
हम सब में कृष्ण।।
कण_कण में कृष्ण।
सर्वज्ञ कृष्ण.....
कृष्ण ही कृष्ण। कृष्ण ही कृष्ण।।
_Meri lekhni
©Beauty Kumari
"