तेरे हर याद को दफना दी हमने
तेरे हर बात को भुला दी हमने
हमने मिटा दी तेरी हर एक निशानी
बस तेरे उस रुमाल को दफनाता कैसे
उस पर लिखे मेरे नाम को मिटाता कैसे
वो रुमाल जिसमें खुशबू है तेरे होने की
वो रुमाल जिसमें रातें हैं मेरे रोने की
वो रुमाल जिसमें तेरा चेहरा दिखता है
वो रुमाल दरिया में बहा दी हमने
आग देखो पानी में लगा दी हमने
उस तेरे रुमाल को मैं दफनाता कैसे
उस पर लिखे मेरे नाम को मिटाता कैसे
©KUMAR MANI(#KM_Poetry)
#Silence