White किसी शाम जब तुम डूबते हुए सूरज को बेहद गौर | English Poetry

"White किसी शाम जब तुम डूबते हुए सूरज को बेहद गौर से देखोगे, उसमें देखूंगी मैं तुम्हें तुमसे बेहद दूर जाते हुए यकीन मानो तुम रोक नहीं पाओगे मुझे! ठीक उसी तरह जिस तरह तुमने खूबसूरत शाम, डूबता सूरज को रोकना चाहा मगर असफल रहे!! अगली भोर, मैं फिर आऊंगी तुम्हारे जीवन में यकीनन तुम्हारी नजर फिर टकराएगी से और तुम दिन भर व्यस्त रहोगे अपनी दुनिया में और मैं जलती रहूंगी तुम्हारी प्रतीक्षा में और फिर जब तुम शाम को थके हारे आओगे मुझे थामने, मेरी प्रतीक्षा और धैर्य का बांध टूट गया होगा! और तुम में इतनी सामर्थ्य ना बची होगी कि तुम मुझे रोक सको और एक बार फिर असफलता ही तुम्हारे हाथ लगेगी!! बेशक यह प्रक्रिया हर दिन चलेगी मेरे हिस्से प्रतीक्षा, और तुम्हारे हिस्से असफलता! हमारे भाग्य का ऐसा सच है जैसे सूर्योदय और सूर्यास्त!!                  - katha ©katha (कथा )"

 White  किसी शाम जब तुम डूबते हुए सूरज को
बेहद गौर से देखोगे,
उसमें देखूंगी मैं तुम्हें 

तुमसे बेहद दूर जाते हुए
यकीन मानो तुम रोक नहीं पाओगे मुझे!
ठीक उसी तरह जिस तरह तुमने खूबसूरत शाम, डूबता सूरज को रोकना चाहा 
मगर असफल रहे!! 

अगली भोर,
मैं फिर आऊंगी तुम्हारे जीवन में
यकीनन तुम्हारी नजर फिर टकराएगी से
और तुम दिन भर 
व्यस्त रहोगे अपनी दुनिया में
और मैं जलती रहूंगी तुम्हारी प्रतीक्षा में 

और फिर जब तुम शाम को थके हारे आओगे मुझे थामने,
मेरी प्रतीक्षा और धैर्य का बांध टूट गया होगा!
और तुम में इतनी सामर्थ्य ना बची होगी कि तुम मुझे रोक सको
और एक बार फिर असफलता ही तुम्हारे हाथ लगेगी!! 

बेशक यह प्रक्रिया हर दिन चलेगी
मेरे हिस्से प्रतीक्षा, 
और तुम्हारे हिस्से असफलता!
हमारे भाग्य का ऐसा सच है 
जैसे सूर्योदय और सूर्यास्त!!
                 - katha

©katha (कथा )

White किसी शाम जब तुम डूबते हुए सूरज को बेहद गौर से देखोगे, उसमें देखूंगी मैं तुम्हें तुमसे बेहद दूर जाते हुए यकीन मानो तुम रोक नहीं पाओगे मुझे! ठीक उसी तरह जिस तरह तुमने खूबसूरत शाम, डूबता सूरज को रोकना चाहा मगर असफल रहे!! अगली भोर, मैं फिर आऊंगी तुम्हारे जीवन में यकीनन तुम्हारी नजर फिर टकराएगी से और तुम दिन भर व्यस्त रहोगे अपनी दुनिया में और मैं जलती रहूंगी तुम्हारी प्रतीक्षा में और फिर जब तुम शाम को थके हारे आओगे मुझे थामने, मेरी प्रतीक्षा और धैर्य का बांध टूट गया होगा! और तुम में इतनी सामर्थ्य ना बची होगी कि तुम मुझे रोक सको और एक बार फिर असफलता ही तुम्हारे हाथ लगेगी!! बेशक यह प्रक्रिया हर दिन चलेगी मेरे हिस्से प्रतीक्षा, और तुम्हारे हिस्से असफलता! हमारे भाग्य का ऐसा सच है जैसे सूर्योदय और सूर्यास्त!!                  - katha ©katha (कथा )

PART-1 Mysterious Girl Astral #शून्य राणा Chocolate Gautam ༎ ค⁦yat ༎⁦⁦⁦⁦⁦⁦⁦⁦⁦⁦⁦⁦⁩⁩⁩⁩⁩ @vandan sharma @Niaa_choubey @Rakhee ki kalam se @Kajal jha (kaju)

People who shared love close

More like this

Trending Topic