"नाम तेरा लब पर अक्सर आ जाता है
तेरी यादों में मैं अक्सर खो जाता हूँ।
लम्हा लम्हा सा अक्सर खो जाता हूँ
आँखे बंद कर के अक्सर रो लेता हूँ ।
याद तुझे कर अक्सर पास तुझे पाता हूँ
पास तुझे पाकर क्षण को अक्सर मैं जी लेता हूँ तूने मुझे अक्सर समझने में भूल किया है ।
सायद कुछ गलती तेरी थी कुछ मेरी भी थी ।"