Heart ना सफर में था ,
ना किसी मंजिल में था।
थक कर बैठा तो पाया,
सुकून दिल में था।।
उम्र भर ढूंढा जिसे, हर गली हर शहर।
हर दिन हर रात ,हर पहर।।
ना घर में,
ना बाहर न किसी महफिल में था।
थक कर बैठा तो पाया,
सुकून दिल में था।।
©ANURAG DUBEY
#Broken💔Heart #love4life