हाल-ए-दिल सभी से नहीं बताया करते
गम में भी गमो को नहीं दिखाया करते
इक तरफ़ा मुहब्बत वो भी यक नाकाम
देखा यूँ, किसी पे नहीं जताया करते
जुगनूओं से लेकर रौशनी ये रात
ये महताब को तो नहीं बुझाया करते
(महताब = Moon)
सुन लो बात मेरी तुम ज़रा इक बार
इक पल में किसी को नहीं पराया करते
मिट्टी डालें बातों पर जाने भी दे 'राज'
दिल को बार बार नहीं दुखाया करते
©Raj Tiwari
#Drops