लिखा तो बहुत कुछ था मेरे आँखों में
शायद तुमने गौर से पढ़ा नहीं ।
सोच में तो में हर पल गुम थी
शायद तुमने मेरे ग़म को समझा नहीं ।
चाहती तो में शिद्दत से थी तुम्हें
शायद तुम्हें मेरे इश्क का एहसास हुआ नहीं ।
मानती हूँ मुलाक़ात दो पल का था ज़रूर
पर आज तक मेंने वो लम्हा भुला नहीं ।
©Rajeswari Bal
#KhoyaMan शायद 🖤