मैं आईने सा समझता था इस जहान को ये मुखोटो का शहर निकला, जिसे जनाज़े का कंधा समझता था वो ताबूतों का सौदागर निकला, नादान घर से निकला था मुट्ठी भर खुशियां खरीदने घर लौटा तो आंसुओं तक का सौदा कर चुका था। ©Inkheart #mukhota #mask #betrayal #broken Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto